इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ परिसर में खैरागढ़ महोत्सव-2022 का रंगारंग आयोजन जारी....
खैरागढ़ :-- इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ परिसर में खैरागढ़ महोत्सव-2022 का रंगारंग आयोजन जारी है। शुरू इस चार दिवसीय महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में दर्शक पहुँच रहे हैं और रंगारंग प्रस्तुतियों का आनंद उठा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दो सालों के अंतराल के बाद यह महोत्सव हो रहा है, जिसे लेकर दर्शक में जोरदार उत्साह देखने को मिल रहा है। शाम को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर शेख मेदिनी होम्बल के नृत्य संयोजन में भरतनाट्यम विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा राज्यगीत पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसी शाम को बाॅलीवुड की प्लेबैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति को सुनने के लिए दर्शकों की भीड़ टूट पड़ी थी। खैरागढ़ विश्वविद्यालय का परिसर दर्शकों की भीड़ से खचाखच भर गया। कविता कृष्णमूर्ति के गाने सुनकर दर्शक आनंदित हो गए। इसके बाद प्रसिद्ध वायलिन वादक डाॅ. एल. सुब्रमण्यम ने अपनीऔओ
शानदार प्रस्तुति दी।

29 अप्रैल की शाम को खैरागढ़ महोत्सव में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ओडिसी नृत्य विभाग के द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर सुशांत दास के नृत्य संयोजन में राज्यगीत की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद किराना घराना के गायक परितोष पोहनकर (इंदौर) के द्वारा गायन प्रस्तुत किया गया। इस प्रस्तुति में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के अरूप चटर्जी ने तबले पर शफीक हुसैन ने सारंगी पर संगति की। मुंबई से आए प्रसिद्ध सरोद वादक पं. व्रजनारायण ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. हरिओम हरि ने तबले पर संगति दी। इसके बाद भारतीय रंगमंच और सिनेमा के प्रतिनिधि कलाकार पीयूष मिश्रा और उनकी टीम ने बल्लीमारान बैंड की प्रस्तुति दी। इसके बाद झारखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार पद्मश्री मुकुन्द नायक ने अपनी टीम के साथ आदिवासी लोकसंगीत की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति के दौरान पद्मश्री मुकुंद नायक ने विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री ममता (मोक्षदा) चंन्द्राकर, खैरागढ़ जिला के ओएसडी डाॅ. जगदीश सोनकर, कुलसचिव प्रो.डाॅ. आईडी तिवारी, पूर्व नगरपालिक अध्यक्ष मीरा गुलाब चोपड़ा आदि को भी मंच पर आमंत्रित किया। 29 अप्रैल की शाम को महोत्सव के दौरान खैरागढ़ महोत्सव के दौरान फिल्म डायरेक्टर प्रोडूसर प्रेम चंद्राकर, खैरागढ़ जिला के OSD डॉ. जगदीश सोनकर (सपत्नीक), कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता (मोक्षदा) चंद्राकर, प्रो. हिमांशु विश्वरूप, कुलसचिव प्रो डॉ आईडी तिवारी, प्रख्यात रंग-मर्मज्ञ व आज की जनधारा के प्रधान सम्पादक सुभाष मिश्रा, राज परिवार के वरिष्ठ सदस्य लाल अशोक सिंह आदि उपस्थित थे।

महोत्सव के तीसरे दिन भी प्रस्तुति देखने उमड़ा दर्शकों का जन सैलाब
खैरागढ़. खैरागढ़ महोत्सव के तीसरे दिन भी ख्यातिलब्ध कलाकारों को देखने-सुनने भारी संख्या में दर्शकों की भीड़ बनी रही. तीसरे दिन इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के ओडिसी नृत्य विभाग द्वारा सुशांत दास के संयोजन में राज् यगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गई. इसके पश्चात किराना घराना के महत्वपूर्ण गायक परितोष पोहनकर इंदौर ने गायन की प्रस्तुति दी. गायन पश्चात देश के सुप्रसिद्ध सरोद वादक पं.ब्रजनारायण मुंबई द्वारा सरोद वादन किया गया. इस दौरान ब्रजनारायण ने राग शंकर राग व एक ताल की बंदीश में भी सरोद वादन किया. सरोद वादन के दौरान तबले पर विवि के डॉ.हरिओम हरि ने संगत दी. सरोद वादन पश्चात भारतीय रंगमंच और सिनेमा के प्रतिनिधि कलाकार पीयूष मिश्रा ने बल्लीमारान बैंड की प्रस्तुति दी. इस दौरान पीयूष मिश्रा ने 1998 के राजनीतिक से लेकर देश की वर्तमान स्थितियों को लेकर गीत प्रस्तुत किया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा. बल्लीमारान के पश्चात संगीत नाटक एकेडमी पुरस्कार एवं पद्मश्री से सम्मानित तथा भारतीय आदिवासी कला परम्परा के प्रतिनिधि व लोकप्रिय कलाकार मुकुन्द नायक राँची ने आदिवासी लोकसंगीत की मनमोहक प्रस्तुतियां दी. इस दौरान मुकुन्द नायक ने अपने साथियों के माध्यम से विभिन्न आदिवासी नृत्यों की प्रस्तुति दी. पद्मश्री नायक की प्रस्तुति के दौरान अतिथियों सहित दर्शकों के साथ छात्र-छात्राएं भी झूम उठे.
यतेन्द्र जीत सिंह -छोटू- खैरागढ़, जिला खैरागढ़ (छग)
99425566035,062 64569376...