जिनके नाम से इंदिरा कला संगीत विवि, उन्हें ही भुला दिया गया... आमंत्रण कार्ड में ना ही फोटो और ना ही नाम का उल्लेख...
राजा- रानी ने दिया था अपनी बेटी इंदिरा के नाम से दान में...
कुलपति स्वयं यहां से ले चुकी है शिक्षा, फिर भी भुला दिया इंदिरा जी को...
राजनीति की भेज चढ़ा पूरा महोत्सव.....
खैरागढ़ :-- इंदिरा कला संंगीत विश्वविद्यालय की पहचान और खैरागढ़ को एशिया के मानचित्र पर सुसज्जित करने वाली इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय जिनके नाम से है उन्हीं को आज भुला दिया गया है दरअसल खैरागढ़ महोत्सव 2022 का आगाज तीन वर्षों के बाद आज से हो रहा है। लेकिन जिनके नाम से यह विश्वविद्यालय चल रहा है, उन्हें ही आमंत्रण कार्ड सहित शहर में लगे बैनर पोस्टरों से बाहर कर दिया गया है । जिसकी शहर में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के संस्थापक सदस्य दानदाता स्वर्गीय राजा मेजर विरेन्द्र बहादुर सिंह व स्वर्गीय रानी पद्मावती देवी सिंह प्रो चांसलर , इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में होने वाले दीक्षांत समारोह , खैरागढ़ महोत्सव के निमंत्रण कार्ड मे फोटो और नाम का उल्लेख नहीं होना, साथ ही राजा रानी की बेटी इंदिरा जी, जिनकी स्मृति में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की स्थापना हुई है, उसे ही भूला देना एक बड़ी भूल है । इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर श्रीमति ममता चंद्राकर इसी संगीत विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा प्राप्त किये है। इस संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के स्थापना में राजा रानी और जिनके नाम से इंदिराकला संगीत विवि है, को भुला देना एक बड़ी भूल है ।

यह अच्छी बात है कि देशभर से कलाकार नगर स्थित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में अपनी प्रस्तुति देंगे 27 अप्रेल 2022 से दीक्षांत समारोह एवं खैरागढ़ महोत्सव होने को है। जिसमें देश भर से अतिथियों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है,पर दुख कि बात है इसी शहर खैरागढ़ में निमंत्रण पत्र कई ऐसे भूतपूर्व छात्रों को तथा कुछ मिडिया से जुड़े लोगों को आज तक निमंत्रण पत्र भेजा नहीं गया है,वाइस चासलर यहां के अपने समय के बेचमेंट को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, उन्हें भी निमंत्रण पत्र नहीं दिया गया है।कुलपति ममता चन्द्राकार के पब्लिक रिलेशन आफिसर , सलाहकार ने मिडिया, गणमान्य नागरिक इस कार्यक्रम में शामिल हो वो नहीं चाहते क्या ?

भूतपूर्व मिडिया से जुड़े लोगों को बुलाना भी जरूरी नहीं समझ रहे हैं। वही पूरा आयोजन राजनीति की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। इसके लिए जिम्मेदार कौन ?

विश्वविद्यालय के कुलसचिव आई.डी.तिवारी का कहना है, सरकारी तौर पर राजा को नही माना जाता हैं और विश्वविद्यालय संस्थापक सदस्य के रूप में अभी राजपरिवार के विवाद के कारण कुछ फैसला नही हुआ हैऔर उन्हे स्टेज पर जगह नही लेकिन स्टेज के आगे प्रथम पंक्ति मे उन्हे परिवार सहित स्थान दिया गया है।।
यतेन्द्र जीत सिंह"छोटू" खैरागढ, जिला- खैरागढ(छग) 09425566035,06264569376..