कोरबा :- राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो द्वारा शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल में एक दिवसीय स्वास्थ्य एवं समाज में होने वाले अपराधों एवं बाल अपराध के संबंध में चाइल्ड लाइन के तत्वधान में प्रोग्राम का आयोजन हुआ राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.रणधीर कुमार के मार्गदर्शन से देश के हर राज्य में संगठन के सदस्य पूरे उत्साह से कार्य कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष जतिंदर पाल सिंह मार्गदर्शन पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो यूनाइटेड नेशन और नीति आयोग भारत सरकार से संबंधित होकर उनके कार्यो का क्रियान्वयन करता है। इसी उद्देश्य शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल कोरबा में कक्षा में एक दिवसीय स्वास्थ्य एवं समाज में होने वाले अपराधों ,बाल अपराध के संबंध में चाइल्ड लाइन के तत्वावधान में प्रोग्राम का आयोजन किया सर्वप्रथम मंच में विराजमान अतिथियों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया गया
तत्पश्चात राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के ब्लॉक संरक्षक दीपक शर्मा द्वारा स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए यह बताया गया कि फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया का इस्तेमाल आजकल के बच्चों द्वारा काफी किया जाता है जिससे बच्चे अपराधों की तरफ बढ़ते जा रहे हैं सोशल मीडिया में जो भी दिखाया जाता है वह बच्चों द्वारा सही मान लिया जाता है जिससे वह आकर्षित होकर सोशल मीडिया पर अपने फोटोस वीडियोस अपलोड कर अपना समय गांव आते हैं और पढ़ाई की तरफ उनका ध्यान कम होता चला जाता है जिससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुझान कम और अपराधी गतिविधियों में ध्यान अधिक चला जाता है
राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के मिडिया ऑफिसर दिब्येन्दु मृधा ने अपने संबोधन में मानवाधिकार में शिक्षा विषय को लेकर बच्चों को बताएं कि मानव अधिकार शिक्षा, शिक्षा का एक अनिवार्य अंग है।सोशल मीडिया पर सावधानी बरतने तथा अंजान लोगों को मित्र बनाने से परहेज़ करें कोरबा शहर के एक स्कूली बच्चे ने पब्जी खेलने के चक्कर में अपनी जान गवाई हमें ऐसे गेम्स में दूरी बनाए रखी चाहिए छात्र-छात्राओं को इस हादसा को लेकर गंभीरता से ले और अपने लक्ष्य केवल पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए और साथ-साथ मानवाधिकार, अपराधों एवं सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। छात्रों को इंटरनेट, सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से दोस्ती न करें और किसी भी प्रकार की निजी जानकारी फोटो वीडियो शेयर करते समय सावधानी बरतने चाहिए। छात्र-छात्राओं को अपने मानवाधिकार के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो एक अच्छा नागरिक का परिचय देने तथा अनुशासन में रहने की अपील करता है।उसी प्रकार मानव अधिकार में एक अच्छे शिक्षा का हासिल करना जरूरी है। मानव अधिकार शिक्षा का उद्देश्य यह है कि विद्यार्थी एवं छात्र समाज में परिवर्तन लाने तथा समाज का साथ देकर चलने की योग्यता विकसित की या शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि विद्यार्थियों को अच्छा नागरिक बना सके और समाज आर्थिक विकास के लिए कोई क्षमता के साथ जुड़ सकें शिक्षा उनके जीवन स्तर में सुधार लाती है।
चाइल्ड लाइन कोरबा के नमिता लकडा़ ने अपने संबोधन में बताया कि कोरबा के राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण ब्यूरो के टीम को धन्यवाद दिया कहा कि एक अच्छा काम कर रही है और विद्यालय के बच्चों को मानव अधिकार के बारे में विस्तार में बताया कहा पूरे विश्व में मानव अधिकार चार प्रकार के होते है पहला जीने का अधिकार दूसरा आपका विकास का अधिकार तीसरा अधिकार है हर व्यक्ति को सुरक्षा का अधिकार चौधा बोलने का अधिकार इन चारों उद्देश्य को लेकर विस्तार से बच्चों को जानकारी दी और शून्य से 18 वर्ष तक के बच्चे किसी प्रकार के अत्याचार आसपास होते देखने पर चाइल्ड लाइन में सम्पर्क करने को कहा
स्वास्थ्य विभाग के सुश्री रश्मि लक्ष्मन ने अपने संबोधन में स्वास्थ्य विषय में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान रखना चाहिए विशेष स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए और एड्स के बारे में विस्तार में बताएं कि दूषित ख़ून से या एक व्यक्ति के लगाएं निडिल को दूसरे व्यक्ति को लगने से भी एड्स के शिकार हो जाते हैं । इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए और एड्स से बचाव के लिए अपना इलाज समय पर इलाज करना चाहिए। पार्षद धनश्री अजय साहू ने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं को कानूनी अधिकार मानव अधिकार के बारे जानकारी होना चाहिए जो कई मामले में निशुल्क सहायता देती है।